Ranchi.झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता एक बार फिर से सुर्खियों में है. बन्ना गुप्ता के खिलाफ एक एफआईआर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें यौन शोषण का आरोप लगाते हुए बन्ना गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज करने का आवेदन लिखा हुआ है. इस मामले के सामने आने के बाद रांची पुलिस ने संज्ञान लिया और इसकी जांच की. जांच में पता चला कि जो आवेदन सोशल मीडिया पर चल रहा है वह फर्जी है. इस आवेदन में नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का रिसीवींग भी है. इसमें विभिन्न धारा दर्ज की गई है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ महिला द्वारा करायी गयी कथित वायरल प्राथमिकी को रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने फर्जी बताया है. एसपी ने कहा कि मंत्री बन्ना गुप्ता और रांची पुलिस की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है. वहीं, सिटी एसपी के निर्देश पर उनके रीडर अमित राई ने कथित शिकायत पत्र को वायरल करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. रविवार को उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि वायरल प्राथमिकी में सिटी एसपी कार्यालय में केस दर्ज करने का उल्लेख किया गया है. जबकि, ऐसा कोई आवेदन हमारे कार्यालय में नहीं आया है. वहीं, सिटी एसपी कार्यालय के जिस मुहर का उपयोग आवेदन पर किया गया है, वह भी फर्जी है.
ऐसी कोई प्राथमिकी रांची के किसी थाने में दर्ज नहीं की गयी है. आवेदन में जो नाम दिया गया है, वह भी फर्जी है. वायरल आवेदन में पीड़िता ने खुद को कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया है. इसमें कहा गया है कि पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने का आश्वासन देकर 27 जुलाई 2024 को बन्ना गुप्ता ने रांची स्थित अपने आवास में मेरे साथ अश्लील हरकत का प्रयास किया. मना करने पर थप्पड़ों से मारा. साथ ही जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद मेरे साथ अनैतिक काम किया. मंत्री के खिलाफ आवेदन में शिकायतकर्ता महिला का गांव सलगाडीह और पोस्ट तमाड़ है. पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि तमाड़ के सलगाडीह में उक्त नाम की कोई कांग्रेस नेत्री नहीं है. जबकि, सलगाडीह गांव का पोस्ट भी सलगाडीह ही है.
रांची के सिटी एसपी के नाम से दिये गये आवेदन पर पीएनटी नंबर 0651- 2213557 लिखा हुआ है. यह नंबर झारखंड के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय का है.