रांची. चार दिवसीय लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर छठी मैया के गीत राज्य के अधिकांश जेलों में गूंज रहे हैं. रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा सहित राज्य की विभिन्न जेलों में बंद कैदी भी सूर्योपासना के व्रत को श्रद्धापूर्वक कर रहे हैं. राज्य के विभिन्न जेलों में बंद 28 पुरुष और 32 महिला कैदी छठ व्रत कर रहे हैं. रांची जेल में बंद 11 महिलाएं और चार पुरुष कैदी छठ की उपासना कर रहे हैं. इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से भी खासतौर पर तैयारी की गई है.
झारखंड के जेल आईजी सुदर्शन मंडल ने बुधवार काे बताया कि छठ व्रत को लेकर तमाम तरह की सुविधा कैदियों को उपलब्ध करवाई गयी है. छठव्रती कैदियों के लिए सारी व्यवस्थाएं जेल प्रशासन के द्वारा की गई हैं. जेल प्रशासन ने जेल के भीतर स्थित तालाब को साफ करवाया है. यहां श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्ध्य अर्पित करेंगे. छठ कर रहे कैदियों को प्रसाद, सूप, टोकरी के साथ नए कपड़े भी मुहैया कराए गए हैं. साथ ही बंदियों के बीच पूजन सामग्री भी बांटी गई है. भले ही व्रत कुछ बंदी ही कर रहे हैं लेकिन उनकी मदद सभी कैदी कर रहे हैं.
जेल प्रशासन के अनुसार, रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में चार पुरुष और 11 महिलाओं सहित कुल 15 बंदी छठ व्रत कर रहे हैं. दुमका जेल में दो कैदी, जमशेदपुर जेल में दो कैदी, गिरिडीह जेल में दो कैदी, हजारीबाग जेल में सबसे ज्यादा 19 कैदी छठ व्रत कर रहे हैं. साथ ही साहिबगंज जेल में एक, पाकुड़ में एक, बोकारो में चार, धनबाद में चार, पलामू में आठ और सरायकेला में एक कैदी के द्वारा छठ व्रत किया जा रहा है.
इसके अलावा कई ऐसे जेल भी हैं जहां कोई भी कैदी छठ व्रत नहीं कर रहा है. वैसे जेलों में हजारीबाग जेल, तेनुघाट जेल, बरही जेल, रामगढ़ जेल, राजमहल जेल, मधुपुर जेल, खूंटी जेल, बरही जेल, सिमडेगा जेल, गढ़वा जेल, गोड्डा जेल, गुमला जेल, जामताड़ा जेल, लातेहार जेल और घाटशिला जेल शामिल हैं.