हेमंत सोरेन सरकार,रघुवर सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई करेगी अथवा भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को संरक्षण देगी यह भविष्य के गर्त में हैl भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी बेलगाम होकर रघुवर सरकार के कार्यकाल की भांति हेमंत सोरेन सरकार में भी काम कर रहे हैं l पूर्वी सिंहभूम जिला के पूर्व सिविल सर्जन महेश्वर प्रसाद के कार्यकाल में कई नियुक्ति प्रक्रिया ,कानून को दरकिनार कर मनमाने ढंग से की गई l चर्चा है कि नियुक्ति प्रक्रिया में पैसा और पैरवी के बल पर कई अवैध नियुक्ति की गई l मामले की पूरी जानकारी जमशेदपुर के प्रमुख अखबार प्रभात खबर ने अपने कई अंकों में प्रमुखता से प्रकाशित भी किया पर जिले के एवं स्वास्थ्य विभाग झारखंड के
किसी भी अधिकारी ने अखबार के समाचार पर स्वत संज्ञान लेने से परहेज किया और जमशेदपुर के सिविल सर्जन महेश्वर प्रसाद ने अवकाश ग्रहण करने की दो-तीन दिन पूर्व सारे अवैध नियुक्ति को वैध एवं सही ठहराने के प्रयास से आनन-फानन में अभ्यर्थियों की पोस्टिंग करा दी गई l इस संबंध में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने वर्तमान सिविल सर्जन से मंतव्य मांगा था l स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेश पर वर्तमान सिविल सर्जन ने पूर्व सिविल सर्जन महेश्वर प्रसाद के कार्यकाल में हुई नियुक्ति प्रक्रिया पर बिंदुवार प्रश्नचिन्ह लगाते हुए मंत्री महोदय को अपना मंतव्य लिखित रूप से दिया l अब देखना है कि झारखंड सरकार के युवा तुर्क मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,रघुवर सरकार के कार्यकाल की भांति कानून को जेब में रखकर कार्यकाल पूरा करेगी अथवा भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई कर यह संदेश देना चाहेगी झारखंड में भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता l ***”*पेश है वर्तमान सिविल सर्जन द्वारा झारखंड सरकार के स्वास्थ मंत्री को नियुक्ति प्रक्रिया के संबंध में लगभग 1 माह पूर्व दिए गए मंतव्य की प्रति l******”