जमशेदपुर में डेंगू का प्रकोप अपनी पराकाष्ठा पर पहुंच गया है, बिगड़े हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शनिवार को रांची से राज्य मलेरिया पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह को तीन सदस्य टीम के साथ जमशेदपुर पहुंचकर जिला परिषद कार्यालय में बैठक करनी पड़ीl बैठक के दौरान कई प्रखंडों में मलेरिया जांच काफ़ी कम होने की बात भी सामने आई, इसके जिम्मेदार कौन लोग हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? जांच के बाद पता चलेगा! तब तक सैकड़ो लोग स्वर्ग सिधार जाएंगेl
मालूम हो कि जुलाई से ही डेंगू पांव पसार रहा है, अब तक 435 मरीज मिल चुके हैं जिनमें तीन की जान भी जा चुकी हैlहर दिन संख्या बढ़ती ही जा रही है, शहर के अस्पताल एवं नर्सिंग होम सर्दी,बुखार,खांसी,मलेरिया एवं डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैंl
दूसरी तरफ चिकित्सकों एवं निजी पैथोलॉजी लैब वालों की चांदी कट रही है,लोग काफी डरे हुए हैं इसलिए डॉक्टर भी हल्का बुखार होने पर एहतियातन डेंगू की जांच करवा रहे हैंl जांच के नाम पर लूट मची हुई है ₹600 से लेकर 1000 रुपए तक वसूला जा रहा है, अखबारों के हवाले से खबर है कि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री मनमानी वसूली की जांच करेंगे,जांच के बाद क्या होगा वही जानें ?
ध्यातव्य हो कि पूर्वी सिंहभूम के हर प्रखंड में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, जनता हलकान एवं परेशान है लेकिन जनप्रतिनिधि संवाद हीनता एवं संवेदनहीनता का काला चश्मा लगाकर घूम रहे हैं, उनकी बेरुखी पर शर्म आती है, अभी लोगों के बीच जाकर उनसे संवाद करने एवं सहयोग करने का समय है लेकिन हमारे जन प्रतिनिधि ठेका -पटेका ट्रांसफर -पोस्टिंग और आने वाले चुनाव का गुड़ा-गणित बैठाने में मस्त हैl
जिले में स्वच्छता अभियान की हवा निकल चुकी है, पूरा शहर गंदगी से बजबजा रहा हैl बरसात होने पर जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है, बाकी कमी शहर के सुलभ शौचालय पूरा कर दे रहे हैं,जांच होने पर बड़ा घोटाला सामने आ सकता है,बिना सफाई कर्मियों के तमाम सुलभ शौचालय संचालित हो रहे हैं,अवैध वसूली के साथ गंदगी परोसी जा रही है, डेंगू के प्रसार के लिए यह सब काफी है,
अरविन्द