लोगों का कहना है कि जनसंपर्क विभाग से प्रकाशित विज्ञापनों पर गौर करें तो कुछ ऐसे अखबार रांची समेत झारखंड के विभिन्न जिले एवं झारखंड के निकटवर्ती प्रदेश से प्रकाशित कर विज्ञापन के रूप में करोड़ों करोड़ रुपए पाने में सफल रहे है जो सिर्फ कागज पर चल रहे हैं l यानी कि अगर उनका सरकुलेशन जांच किया जाए तो यह खनन विभाग से बड़ा घोटाला साबित हो सकता है l सूत्रों से मिली है जानकारी के अनुसार उड़ीसा ,रांची एवं अन्य कुछ प्रदेश से ऐसे अखबार को झारखंड सरकार का जनसंपर्क विभाग लगातार विज्ञापन दे रहा है जिसका सरकुलेशन धरातल पर कागजी आंकड़ा से काफी कम है l सूत्रों की माने तो सांठगांठ के आधार पर सरकारी राशि की लूट जनसंपर्क विभाग रांची में चलने की संभावना है, जो जनहित एवं राष्ट्रहित में जांच का विषय है l
जांच हुई तो झारखंड में खनन घोटाला के बाद सामने आ सकता है विज्ञापन घोटाला ? लोगों का आरोप है कि फर्जी सरकुलेशन के आधार पर झारखंड जनसंपर्क विभाग से जारी होते हैं विज्ञापन !
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